केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेस के गठबंधन को लेकर हमला बोला है. केंद्रीय गृह मंत्री ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन ने उनके छिपे इरादों को उजागर किया है. इसके साथ ही अमित शाह ने कांग्रेस से 10 सवाल पूछे हैं. बता दें कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जम्मू कश्मीर के दौरे के दौरान कांंग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच गठबंधन का ऐलान किया था.
अमित शाह ने शनिवार को सोशल साइट्स एक्स पर ट्वीट कर कांग्रेस के गठबंधन को लेकर 10 सवाल पूछे हैं. शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी, जिसने सत्ता के लालच को शांत करने के लिए बार-बार देश की एकता और सुरक्षा को जोखिम में डाला है, ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में अब्दुल्ला परिवार की ‘नेशनल कॉन्फ्रेंस’ के साथ गठबंधन करके एक बार फिर अपने छिपे हुए इरादों को उजागर किया है.
अमित शाह ने कांग्रेस से पूछे ये 10 सवाल
अमित शाह ने कहा किनेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणापत्र में किए गए वादों को देखते हुए, कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी से मेरे 10 सवाल हैं:
क्या कांग्रेस नेशनल कॉन्फ्रेंस के जम्मू-कश्मीर के लिए अलग झंडे के वादे का समर्थन करती है?
क्या राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी अनुच्छेद 370 और 35ए को बहाल करने के जेकेएनसी के फैसले का समर्थन करते हैं और इस तरह जम्मू-कश्मीर को अशांति और आतंकवाद के युग में वापस धकेलते हैं?
क्या कांग्रेस कश्मीर के युवाओं के बजाय पाकिस्तान के साथ बातचीत करके फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देने का समर्थन करती है?
क्या कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी नेशनल कॉन्फ्रेंस के पाकिस्तान के साथ ‘एलओसी व्यापार’ शुरू करने के फैसले का समर्थन करते हैं, जिससे सीमा पार आतंकवाद और उसके पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा मिलता है?
क्या कांग्रेस आतंकवाद और पत्थरबाजी में शामिल लोगों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में बहाल करने का समर्थन करती है, जिससे आतंकवाद, उग्रवाद और हड़तालों का दौर वापस आ जाएगा?
गठबंधन ने कांग्रेस पार्टी के आरक्षण विरोधी रुख को उजागर कर दिया है. क्या कांग्रेस दलितों, गुज्जरों, बकरवालों और पहाड़ी समुदायों के लिए आरक्षण समाप्त करने के जेकेएनसी के वादे का समर्थन करती है, जिससे उन पर अन्याय हो रहा है?
क्या कांग्रेस चाहती है कि ‘शंकराचार्य हिल’ को ‘तख्त-ए-सुलेमान’ और ‘हरि हिल’ को ‘कोह-ए-मारन’ के नाम से जाना जाए?
क्या कांग्रेस जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को फिर से भ्रष्टाचार में धकेलने और इसे चुनिंदा पाकिस्तान समर्थित परिवारों को सौंपने की राजनीति का समर्थन करती है?
क्या कांग्रेस पार्टी जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव की जेकेएनसी की राजनीति का समर्थन करती है?
क्या कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी कश्मीर को स्वायत्तता देने की जेकेएनसी की विभाजनकारी राजनीति का समर्थन करते हैं?